जब हम हार्ट अटैक, हृदय की धमनियों में अचानक रुकावट के कारण दिल का मांसपेशी टिश्यू टूटना. इसे आमतौर पर हृदयाघात कहा जाता है, तो इसका विचार पहले ही समझ आ जाता है। यह हृदय रोग का सबसे खतरनाक रूप है, और अगर तुरंत सही कदम नहीं उठाए गए तो जीवन‑धमकी बन सकता है। इस स्थिति में सीपीआर (कार्डियो‑पल्मोनरी रीससिटेशन) जैसी प्राथमिक सहायता बहुत जरूरी होती है। इसी कारण से हर व्यक्ति को इस आपातकाल के संकेत और शुरुआती कदमों का पता होना चाहिए; क्योंकि समय पर किया गया कदम मृत्यु दर को घटा सकता है।
हार्ट अटैक के लक्षण अक्सर अचानक छाती में दबाव, धड़कन तेज होना, या शरीर के बाएँ हाथ में दर्द के रूप में दिखते हैं। कुछ लोगों को तो उल्टी, पसीना या सांस की तकलीफ भी महसूस हो सकती है। जोखिम कारकों में उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, मोटापा और पारिवारिक इतिहास प्रमुख होते हैं। एक बार संकेत दिखने पर तुरंत उपचार शुरू करना चाहिए – एम्बुलेंस बुलाएं, एंटी‑प्लेटलेट दवाएं दें और यदि डॉक्टर उपलब्ध हो तो थ्रॉम्बोलाइटिक दवा का प्रयोग करें। अस्पताल में एंजियोप्लास्टी या बायपास सर्जरी जैसी प्रक्रियाएं रक्त प्रवाह को पुनः स्थापित करती हैं, जिससे हृदय को फिर से काम करने का मौका मिलता है।
रोकथाम की बात करें तो यह सबसे प्रभावी रणनीति है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और तनाव प्रबंधन हार्ट अटैक के जोखिम को काफी कम कर देते हैं। रोकथाम में धूम्रपान छोड़ना, नमक और ट्रांस‑फ़ैट कम करना, और वजन को नियंत्रण में रखना शामिल है। साथ ही सालाना चेक‑अप, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की निगरानी से संभावित समस्याओं का जल्दी पता लगाया जा सकता है। अब आप जानते हैं कि हार्ट अटैक कब और कैसे हो सकता है, किन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और शुरुआती उपचार व दीर्घकालिक रोकथाम के उपाय क्या हैं। आगे पढ़ें तो आपको इस टैग के अंतर्गत जुड़े विभिन्न लेखों में वास्तविक केस स्टडी, विशेषज्ञ इंटरव्यू और नवीनतम उपचार अपडेट मिलेंगे, जो आपकी समझ को और गहरा करेंगे।
Rishabh Tandon (Fakira) की दिल धड़कन‑भरी अचानक मौत, करवा चौथ के बाद दिल्ली में दीपावली यात्रा के दौरान, और उनकी पत्नी Olesya की भावनात्मक प्रतिक्रिया।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|