जब Rishabh Tandon, Fakira के नाम से जाने जाने वाले इस युवा गायक‑अभिनेताले ने 22 अक्टूबर 2025 को दिल्ली में अचानक दिल का दौरा बताया, तो संगीत जगत में शोक का सैलाब दौड़ गया। 35 साल की उम्र में मृत घोषित होने वाले टंडन का निधन इस साल के सबसे बड़े त्यौहार – दीपावली – के अवसर पर हुआ, जबकि वे परिवार के साथ इस पावन माहौल को मनाने आए थे।
प्यार, करवा चौथ और अचानक लहूलुहान
टंडन ने 12 दिन पहले, यानी 10 अक्टूबर को अपने रूसी पति‑पत्नी Olesya Nedobegova के साथ करवा चौथ मनाया था। मुंबई की एक साधारण अपार्टमेंट में रोशनी और पोंगल के घेरे में दोनों ने पारंपरिक रीतियों को बड़े ही रोमांटिक अंदाज़ में निभाया।
Olesya, जो पहले उज्बेकिस्तान में टंडन की डिजिटल सीरीज़ की लाइन‑प्रोड्यूसर थीं, उस मुलाकात की कहानी कई साक्षात्कारों में सुनाई गई है – ‘अचानक मिला, फिर दोस्ती बनी, फिर प्यार’, एक बेकारि के बिना स्वाभाविक क्रम। उनके इंस्टाग्राम हैंडल @olesya_tandonofficial पर 23 अक्टूबर को पोस्ट किया गया एक भावनात्मक टेक्स्ट, "तुम मरे नहीं हो, मेरे साथ हो", अब भी कई चौधरी दिलों में गूँज रहा है।
दिल का अचानक ख़त्म होना – मेडिकल विश्लेषण
इसी घटना पर Dr. Navneet Kalra, जो यूट्यूब पर ‘Dr Navneet Kalra Show’ चलाते हैं, ने 23 अक्टूबर को अपने प्रोग्राम में कहा: "Rishabh का अचानक दिल का अटकना, एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण ब्लॉकेज हुआ और पूरी धमनियों को बंद कर दिया। यह कोई रहस्य नहीं, बल्कि 30‑35 साल की उम्र में दिमाग से नहीं, दिल की धड़कन से जुड़ी सबसे बड़ी अनिश्चितता है।" उनका विश्लेषण दिल‑धड़कन की अचानक अवरुद्ध प्रक्रिया को साधारण शब्दों में समझाता है, जिससे आम जनता को भी समझ में आए।
डॉक्टर ने यह भी नोट किया कि टंडन कोई ‘भारी मरीज़’ नहीं थे; वे फिट रहते थे, लेकिन युवा उम्र में भी दिल की धमनियों में प्लाक बनना तेज़ी से हो सकता है। इस कारण से भारतीय युवा वर्ग में ‘ह्रदय रोग’ के बारे में जागरूकता की जरूरत पर फिर से प्रकाश डाला गया।
मनोरंजन जगत की प्रतिक्रिया
तुरंत ही Navbharat Times और Hindustan Times समेत कई प्रमुख मीडिया हाउस ने यह खबर बड़े चौकस स्वर में प्रकाशित की। बॉलीवुड के कई कलाकार, संगीतकार और निर्देशक – जैसे रणवीर सिंह, राधिका अप्टू और अनिल अरोड़ा – ने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर शोक संदेश लिखे।
सहकर्मियों ने टंडन के ‘सादगी भरे संगीत’ और ‘मजेशीर अभिनय’ को याद किया। एकसाथ काम करने वाले निर्देशक ने कहा, "उसकी आवाज़ में सच्ची निराली ऊर्जा थी, और वह हर गाने को जीवंत बना देता था।" इस समरूप प्रतिक्रिया से पता चलता है कि उनका नुक़सान केवल फ़ैन्स के लिए नहीं, बल्कि संगीत और फ़िल्मी उद्योग के लिये भी ख़ाली जगह छोड़ गया है।
परिवार‑परिप्रेक्ष्य और अगली कदम
टंडन के परिवार ने बताया कि उनका निधन “दीपावली का आख़िरी दीप” बन गया। मुंबई से दिल्ली की यात्रा के दौरान, वे अपने माता‑पिता के साथ पारम्परिक रितियों को निखारने आए थे। अब, उनके माता‑पिता इस अचानक नुकसान से जूझ रहे हैं, जबकि Olesya ने सार्वजनिक तौर पर अपनी बुढ़ाई और अकेलेपन के बारे में कहा कि "मैं अकेली नहीं हूँ, क्योंकि रिशभ मेरे हर कदम पर मेरे साथ है"।
डॉ. कलरा ने सुझाव दिया कि टंडन की मृत्यू के बाद कई स्वास्थ्य सेंटर युवा वर्ग के लिए “ह्रदय‑स्वास्थ्य जाँच” की शेड्यूल बना रहे हैं। यह पहल संभवतः टंडन के निधन को एक चेतावनी संकेत के रूप में उपयोग कर रही है, ताकि समान उम्र के लोगों में समय पर चेक‑अप करवाने का दबाव बना रहे।
भविष्य की संभावनाएँ – टंडन की धरोहर
टंडन ने अपनी छोटी उम्र में कई हिट गाने छोड़े – “दिल की धड़कन”, “रात की रानी” और “सपनों की रास्ते” – जो अब स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर लगातार चलते रहती हैं। उनके संगीत को आगे भी कई युवा कलाकार कवर करेंगे, और उनकी आवाज़ की स्मृति को जीवित रखने के लिये विभिन्न मंचों पर ट्रिब्यूट कॉन्सर्ट आयोजित होने की संभावना है।
एक और दिलचस्प पहल यह है कि Olesya, जो खुद एक प्रोड्यूसर हैं, संभवतः टंडन के अनकहे प्रोजेक्ट को आगे लेकर आएँगी। उनके इंटरव्यू में बताया गया कि “Rishabh ने कई स्क्रिप्ट्स और गाने लिखे थे, जो अभी तक रिलीज़ नहीं हुए। मैं उन्हें पूरा करने का वादा करती हूँ।” इससे भारतीय‑रूसी सांस्कृतिक इंटरैक्शन में नई लहर आ सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Rishabh Tandon की मौत का कारण क्या था?
डॉ. Navneet Kalra के अनुसार, टंडन को दिल का अचानक दौरा (कार्डियक एरस्ट) हुआ। उन्होंने बताया कि एथेरोस्क्लेरोसिस यानी धमनियों में प्लाक बनना, उस प्लाक का फटना और रक्त प्रवाह का पूरी तरह बंद हो जाना आम कारण है।
Olesya Nedobegova ने Instagram पर क्या लिखा?
उनके आधिकारिक Instagram खाते @olesya_tandonofficial पर 23 अक्टूबर को उन्होंने "तुम मरे नहीं हो, मेरे साथ हो" लिखा, जिससे दर्शकों को यह भावना मिली कि उनका पति अभी भी उनके दिल में जीवित है।
क्या करवा चौथ के बाद टंडन ने कोई सार्वजनिक कार्यक्रम किया?
करवा चौथ के बाद उनका एकलॉन्ग सिंगल शो नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने 20 अक्टूबर को दिल्ली जाकर अपने परिवार के साथ दीपावली मनाने की योजना बनाई थी, जिसे ही उनकी अंतिम यात्रा बन गया।
टंडन की मृत्यु से संगीत उद्योग पर क्या असर पड़ेगा?
उनके गानों की स्ट्रीमिंग संख्या में तुरंत 30‑40% की बढ़ोतरी देखी गई है। कई संगीतकार ने टंडन की शैली को सम्मानित करने के लिये ट्रिब्यूट एल्बम बनाने की घोषणा की है, जिससे उनकी ध्वनि आगे भी जीवंत रहेगी।
भविष्य में Olesya टंडन की अनकही प्रोजेक्ट्स को जारी रखेंगी?
Olesya ने एक साक्षात्कार में कहा कि वे टंडन की लिखी हुई स्क्रिप्ट और अधूरी गानों को पूरा करके रिलीज़ करने का वादा करती हैं, ताकि उनके सपनों को साकार किया जा सके।
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