जब आप 5G की बात सुनते हैं, तो अक्सर मोबाइल इंटरनेट या तेज़ डाउनलोड की याद आती है। लेकिन 5G का असर सिर्फ आपके फ़ोन तक सीमित नहीं है, यह भारतीय सेना की कार्यशैली को भी बदल रहा है। चलिए, समझते हैं कि 5G से हमारे सुरक्षा बलों को क्या‑क्या मिल रहा है।
पहला फ़ायदा है अत्यधिक गति। 5G नेटवर्क एक सेकंड में गिगाबिट डेटा ट्रांसफ़र कर सकता है, जिससे लाइव ड्रोन फ़ीड, हाई‑रिज़ॉल्यूशन इमेज और वीडियो तुरंत मिलते हैं। दूसरा, न्यूनतम लेटनसी यानी कम देरी। कुछ मिलिसेकंड में कमांड भेजे जा सकते हैं, जो तेज़ निर्णय‑लेने में मदद करता है। तीसरा, डिवाइस कनेक्टिविटी। एक ही नेटवर्क पर हजारों सेंसर, रोबोट और वैरिएबल प्लेटफ़ॉर्म मिलते हैं, जिससे फील्ड में जानकारी का एकरूप दृश्य मिलता है।
1. ड्रोन निगरानी – 5G के कारण ड्रोन रीयल‑टाइम में 4K वीडियो भेज सकते हैं, जिससे कमांडर को तुरंत खतरों का पता चलता है। 2. स्मार्ट कार्ल – फील्ड में चलने वाले डिटेक्टर्स को 5G के ज़रिए डेटा अपलोड करने से ट्रैकिंग और माइन डिटेक्शन तेज़ हो गया। 3. वर्चुअल ट्रेनिंग – सॉलिड रियलिटी सिमुलेटर 5G पर बिना लैग के चलते हैं, इसलिए सैनिक घर से ही सच्ची स्थिति का अभ्यास कर सकते हैं। 4. साइबर सुरक्षा – तेज़ नेटवर्क से एन्क्रिप्शन और थ्रेट डिटेक्शन सिस्टम अधिक प्रभावी होते हैं, इसलिए हमेँ साइबर हमलों से बचाने में मदद मिलती है।
इन सब फायदों के साथ कुछ चुनौतियाँ भी हैं। 5G टावर बनाने में जमीन एकत्र करनी पड़ती है, और दुश्मन भी इसी नेटवर्क को जैम करने की कोशिश कर सकता है। इसलिए भारत ने 5G को ‘सुरक्षित बैंड’ में रखकर सैटेलाइट और जेन्यून रेडियो फ्रीक्वेंसी का उपयोग किया है।
आपके सवाल का जवाब देना आसान है: 5G सिर्फ तेज़ इंटरनेट नहीं, बल्कि एक ऐसी इन्फ्रास्ट्रक्चर है जो सेना के प्रत्येक ऑपरेशन को सटीक, तेज़ और सुरक्षित बनाती है। जैसे-जैसे 5G कवरेज पूरे देश में बढ़ेगा, हमारे फौजियों को भी इस तकनीक से मिलने वाले फ़ायदे यूज़ करने का मौका मिलेगा। अंत में, यह याद रखें कि तकनीक खुद नहीं चलती, लोगों को सही दिशा में इस्तेमाल करना पड़ता है। अगर हम 5G को सही तरीके से अपनाएँ, तो हमारी सुरक्षा भी एक नई ऊंचाई पर पहुँच सकती है।
रेडमी नोट 10T का लॉन्च प्राइम के साथ मार्च 2021 में होगा। यह आधुनिक डिजिटल ऎक्सपीरियंस के साथ आएगा और उसमें 5G क्यारेक्टर भी शामिल होगा। इसके अतिरिक्त, इसमें 5000mAh का बैटरी होगा।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|