क्या आप कभी सोचे हैं कि भारत में दोपहर के भोजन में असली क्या होता है? अगर हाँ, तो आप सही जगह पर आए हैं। इस लेख में हम वही बता रहे हैं जो आम भारतीय दोपहर के टेबल पर मिलता है—बिना किसी फंसे हुए जार्गन के, सीधा‑साधा और समझने में आसान।
भारत में दोपहर का खाना सादे लेकिन संतुलित होते हैं। अधिकांश घरों में चावल या रोटी मुख्य आधार होते हैं। उत्तर में अक्सर रोटी (गेहूँ, बाजरा) और दक्षिण में चावल की प्राथमिकता होती है, पर दोनों का मिलन हर घर में देखा जाता है। इसके साथ दाल असली प्रोटीन का स्रोत है—तड़का लगाकर, मसालों के साथ पकाया जाता है और अक्सर अलग बर्तन में परोसा जाता है।
दाल के अलावा, कुछ लोग पनीर या अंडा को भी प्रोटीन विकल्प के रूप में जोड़ते हैं, खासकर जब समय कम हो। लेकिन मुख्य बात यह है कि दाल, चावल/रोटी के साथ मिलकर पौष्टिक संतुलन बनाते हैं।
शाकाहारी घरों में सब्जी हर थाली में ज़रूर होती है। मटर, आलू, भिंडी, गोभी या दाल की तरह ही, सब्जी को मसाले या सरसों के तेल में सटा कर तैयार किया जाता है। यह खाने में रंग, स्वाद और विटामिन लाता है। साथ में अक्सर दही दिया जाता है—जो पाचन में मदद करता है और भोजन को ठंडा रखता है, ख़ासकर गरमी में।
कुछ लोगों की थाली में फल या छोटा‑सा मीठा (जैसे रसगुल्ला, खीर) भी रहता है। ये नहीं कि हर रोज़ खाया जाता, पर जब मौका मिले तो अक्सर डेसर्ट के रूप में शामिल किया जाता है। यह भोजन को पूरी तरह संतुष्ट करने में मदद करता है।
साथ ही, बहुत सारे लोग पानी या छाछ पीते हैं। छाछ पेट को ठंडा रखती है और इलेक्ट्रोलाइट्स भी देती है, इसलिए दोपहर के समय इसे पसंद किया जाता है।
भोजन की तैयारी में समय बचाने के लिए कई घरों में बर्तन में एक साथ पका (जैसे लेडीफ़िंगर) या रोटियां/पराठे पहले से बना कर रखता है। इससे दोपहर में जल्दी भोजन तैयार हो जाता है और काम‑काज में बाधा नहीं बनता।
तो अगर आप अगली बार दोपहर का खाना बनाना चाहते हैं या अगर आप किसी भारतीय दोस्त की थाली देख रहे हैं, तो इन चीज़ों को याद रखें: चावल या रोटी, दाल, सब्जी, दही और कभी‑कभी फल या मीठा। सरल, पौष्टिक और स्वाद से भरपूर—इसी को हम भारतीय दोपहर का भोजन कहते हैं।
अरे वाह! भारत में दोपहर के भोजन की बात की गई है, तो हमारे दिल में खुशी की लहर दौड़ गई। भारतीय लोग दोपहर के भोजन में आमतौर पर चावल या रोटी, दाल, सब्जी, और दही खाते हैं। वैसे तो यह उनकी व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है, लेकिन हाँ, भारतीय भोजनों की बिना मिठाई की बात अधूरी सी लगती है, है ना? कुछ लोग फल भी खाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। तो दोस्तों, अगली बार दोपहर में भोजन करते समय अपनी थाली में ये सभी चीजें जरूर शामिल करें, और हां, खुद को खुश रखें!
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